आज कल स्टॉक मार्केट में कुछ कंपनियां ऐसी हैं जो अपने मजबूत फंडामेंटल्स और लगातार बेहतर प्रदर्शन की वजह से निवेशकों का दिल जीत रही हैं। और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भी उन्हीं कंपनियों में से एक है। 11 फरवरी को BHEL ने एक बड़ा अपडेट दिया, जिससे इसका स्टॉक मार्केट में पोजिशन और भी मजबूत हो गया है। दोस्तों, यह अपडेट है दामोदर घाटी निगम (DVC) से मिला ₹6,200 करोड़ का ठेका।

ऑर्डर का विवरण
DVC ने BHEL को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में बनने वाले रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन फेज-II प्रोजेक्ट के लिए स्टीम जनरेटर आइलैंड पैकेज का ठेका दिया है। यह प्रोजेक्ट 2×660 MW क्षमता का है, और इसकी कुल वैल्यू है ₹6,200 करोड़ (टैक्स और ड्यूटीज को छोड़कर)। BHEL का काम होगा स्टीम जनरेटर्स, इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रिसिपिटेटर्स (ESP), फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (FGD) सिस्टम्स, ऐश हैंडलिंग सिस्टम्स, और संबंधित इलेक्ट्रिकल और कंट्रोल इंस्ट्रुमेंटेशन (C&I) वर्क्स की सप्लाई, इरेक्शन, टेस्टिंग, और कमीशनिंग करना।
प्रोजेक्ट को पूरा करने का टाइमलाइन है 48 महीने और 52 महीने अलग-अलग यूनिट्स के लिए। यह टाइमलाइन BHEL की एक्जीक्यूशन क्षमता को और भी उजागर करता है।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
ऑर्डर की घोषणा के साथ ही BHEL के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस पर भी नजर डालना जरूरी है। BHEL ने अपने Q3 रिजल्ट्स में 170% की छलांग के साथ ₹124 करोड़ का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया है। रेवेन्यू भी 32% बढ़कर ₹7,277 करोड़ हो गया है। हालांकि, एनालिस्ट्स का अनुमान ₹175 करोड़ नेट प्रॉफिट का था, जो BHEL ने मिस कर दिया। यह मिस कुछ निवेशकों के लिए थोड़ा निराशाजनक हो सकता है, लेकिन ओवरऑल रेवेन्यू ग्रोथ और ठेके की जीत ने स्टॉक मार्केट में पॉजिटिव सेंटिमेंट क्रिएट किया है।
स्टॉक मार्केट में क्यों महत्वपूर्ण?
- ऑर्डर बुक की मजबूती: ₹6,200 करोड़ का ठेका BHEL के ऑर्डर बुक को और भी मजबूत बनाता है। यह निवेशकों को विश्वास दिलाता है कि कंपनी का भविष्य उज्ज्वल है।
- सरकारी समर्थन: BHEL एक सरकारी कंपनी है, और इसका मतलब है कि सरकारी प्रोजेक्ट्स और ठेकों में इसे प्राथमिकता मिलती है।
- सेक्टोरल ग्रोथ: पावर सेक्टर में ग्रोथ के साथ, BHEL जैसी कंपनियों की मांग और भी बढ़ सकती है।
BHEL Q3 FY24
मीट्रिक | Q3 FY24 | YoY ग्रोथ |
---|---|---|
रेवेन्यू | ₹7,277 करोड़ | +32% |
नेट प्रॉफिट | ₹124 करोड़ | +170% |
ऑर्डर बुक | ₹1.1 लाख करोड़ (लगभग) | – |
निष्कर्ष
BHEL का यह ऑर्डर और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस दिखाता है कि कंपनी अपने सेक्टर में मजबूत स्थिति में है। हालांकि, नेट प्रॉफिट का एनालिस्ट्स के अनुमान से कम होना थोड़ा चिंताजनक है। लेकिन, लॉन्ग-टर्म में पावर सेक्टर में ग्रोथ के साथ BHEL का यह कदम इसे और भी आगे ले जा सकता है।
तो दोस्तों, अगर आप स्टॉक मार्केट में BHEL जैसी कंपनियों पर नजर रखते हैं, तो यह अपडेट आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। क्योंकि, यह कंपनी अपने मजबूत फंडामेंटल्स और सरकारी प्रोजेक्ट्स के साथ भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छू सकती है।
ध्यान रखें, स्टॉक मार्केट में हमेशा रिस्क होता है, इसलिए अच्छी रिसर्च और एनालिसिस के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Nivesh Ved" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।
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